मुंबई में दहिसर के भीड़भाड़ वाला गली सब में इरफान शेख आ उनकर समुदाय आजो ढोलक बनावे के सैंकड़न बरिस पुरान परंपरा जिंदा रखले बा. तेजी से बदलत समय आ नयका जमाना के चुनौती के बावजूद, एह कला के जिंदा रखे के उनकर जिद देखे लायक बा. इरफान के जिनगी, हुनर आ एह अनमोल परंपरा पर बनल एगो फिलिम उनकर कहानी के दुनिया भर में पहुंचावे के एगो कोसिस बा
प्रतिष्ठा पंड्या पारी में सीनियर एडिटर बानी आउर एकर क्रिएटिव राइटिंग सेक्शन के अगुआई करेनी. उहां के पारीभाषा टीम के सदस्य भी बानी आउर गुजराती में कहानी अनुवाद आउर संपादित करेनी. प्रतिष्ठा के गुजराती आउर अंगरेजी में रचना सभ छपत रहेला.