सुंदरबन के शहद इकट्ठा करने वालों को कभी-कभी इमारतों से मधुमक्खियों के बड़े छत्तों को हटाने के लिए विभिन्न राज्यों में बुलाया जाता है। भुगतान के रूप में उन्हें शहद दिया जाता है, जिसे वे बाद में बेच देते हैं – जैसा कि यह समूह धमतरी जिले में कर रहा है
पुरुषोत्तम ठाकुर, साल 2015 के पारी फ़ेलो रह चुके हैं. वह एक पत्रकार व डॉक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर हैं और फ़िलहाल अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के लिए काम करते हैं और सामाजिक बदलावों से जुड़ी स्टोरी लिखते हैं.
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Qamar Siddique
क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।