महाराष्ट्र के पालघर ज़िले के गेट्स बुद्रुक और दूसरे गांवों के किसान अक्टूबर में हुई बेहिसाब बारिश के चलते तबाह हो चुकी फ़सलों का मातम मना रहे हैं. ख़राब फ़सल के साथ-साथ क़र्ज़ बढ़ता जा रहा है और मुआवज़े का कोई संकेत नहीं
ज्योति, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर रिपोर्टर हैं; वह पहले ‘मी मराठी’ और ‘महाराष्ट्र1’ जैसे न्यूज़ चैनलों के साथ काम कर चुकी हैं.
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Prabhat Milind
प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.