जला-वह-उनमें-जो-अजनबी-थे

Thiruvananthapuram, Kerala

May 07, 2021

जला वह उनमें जो अजनबी थे

इंसानी जानें हज़ारों चिताओं पर जल रही हैं और उनकी लपटों में पूरा देश घिर गया है. महामारी की इस त्रासदी को दर्ज करती एक कविता

Poem and Text

Gokul G.K.

Translator

Devesh

Painting

Antara Raman

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Poem and Text

Gokul G.K.

गोकुल जीके, केरल के तिरुवनंतपुरम के एक स्वतंत्र पत्रकार हैं.

Painting

Antara Raman

अंतरा रमन, सामाजिक प्रक्रियाओं और पौराणिक कल्पना में रुचि रखने वाली एक इलस्ट्रेटर और वेबसाइट डिज़ाइनर हैं. उन्होंने बेंगलुरु के सृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्ट, डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी से स्नातक किया है और उनका मानना है कि कहानी और इलस्ट्रेशन की दुनिया सहजीविता पर टिकी है.

Translator

Devesh

देवेश एक कवि, पत्रकार, फ़िल्ममेकर, और अनुवादक हैं. वह पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के हिन्दी एडिटर हैं और बतौर ‘ट्रांसलेशंस एडिटर: हिन्दी’ भी काम करते हैं.