गढ़वाल-के-पहाड़-मं-चरवाहा-मन-के-खतरा-ले-भरे-जिनगी

Uttarkashi, Uttarakhand

Jul 20, 2022

गढ़वाल के पहाड़ मं चरवाहा मन के खतरा ले भरे जिनगी

हिमालय के ये इलाका मं चरवाहा मन ला अपन मेढ़ा अऊ छेरी मन ला चरावत ओद्दा अऊ अऊ हाड़ा कंपाय जाड़ ले निडर होके सामना करथें. बछर के नौ महिना गंगोत्री के पहाड मन मं बितावत वो मन ला अपन मवेसी मन ला जंगली जानवर मन ले घलो बचाय ला परथे

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Author

Priti David

प्रीति डेविड पीपल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक आंय. वो ह जंगल, आदिवासी अऊ जीविका के मुद्दा ला लेके लिखथें. वो ह पारी एजुकेसन के घलो अगुवई करत हवंय अऊ गाँव के समस्या मन ला कक्षा अऊ पाठ्यक्रम मं लाय बर गुरूजी मन के संग काम करत हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.