इस-सर्दी-में-हमारे-दिल-जलते-हुए-अंगारे-हैं

Sonipat, Haryana

Dec 18, 2020

‘इस सर्दी में, हमारे दिल जलते हुए अंगारे हैं’

किसानों के विरोध स्थल, सिंघू और बुराड़ी के अस्थायी शिविरों में ठहरे प्रदर्शनकारी हर दिन के अंत में लंबी रात गुज़ारने और भाईचारे की भावना तथा नए संकल्प के साथ आगे की लड़ाई लड़ने की तैयारी करते हैं

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Author

Shadab Farooq

शादाब फ़ारूक़, दिल्ली स्थित एक स्वतंत्र पत्रकार हैं और कश्मीर, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश से जुड़ी रिपोर्टिंग करते हैं. वह राजनीति, संस्कृति और पर्यावरण पर केंद्रित लेखन करते हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।