गर्म-धूप-जैसा-रंग-बनाने-वाले-कलाकार

Srinagar, Jammu and Kashmir

Jan 11, 2020

क्या अब कश्मीर में कोई रंगरेज़ नहीं बचेगा?

कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के अब्दुल रशीद को रंगाई की नाज़ुक कला में सात दशकों का अनुभव है. वह बता रहे हैं कि कैसे उनकी पीढ़ी के रंगरेज़ आख़िरी साबित हो सकते हैं, और वह अब भी इतनी मेहनत से धागे को रंगने का काम क्यों जारी रखे हुए हैं

Want to republish this article? Please write to zahra@ruralindiaonline.org with a cc to namita@ruralindiaonline.org

Author

Jayati Saha

जयति साहा, कोलकाता की फ़ोटोग्राफर हैं. वह मुख्यतः डॉक्यूमेंट्री व ट्रैवल फ़ोटोग्राफी करती हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।