क्रांति-अऊ-क्रांतिकारी-मन-ला-पाले-पोसेय्या-महतारी-भबानी

Puruliya, West Bengal

May 13, 2022

क्रांति अऊ क्रांतिकारी मन ला पाले–पोसेय्या महतारी भबानी

सौ बछर पार उमर के भबानी महतो ह अजादी के लड़ई मं अपन कोनो भूमिका या हिस्सेदारी ला पूरा दम लगा के ख़ारिज कर देथे. जब हमन पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले मं ओकर घर जाके ओकर जिनगी के जम्मो हिस्सा ला जाने के कोसिस करथन त नतीजा ओकर उल्टा देखे ल मिलथे, अऊ आजादी के लड़ई मं ओकर तियाग-बलिदान के कहिनी देखे मं आथे

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक आंय. वो ह दसों साल ले गाँव-देहात के समस्या ला लेके लिखत हवंय अऊ वो ह ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ अऊ ‘द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम’ नांव के किताब घलो लिखे हवंय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.