what-we-want-is-work-on-all-30-days-bho

Pune, Maharashtra

Feb 07, 2025

‘हमनी के खाली तीसों दिन काम चाहीं’

महाराष्ट्र में भूमिहीन भील पारधी परिवार ‘अपराधी’ के ठप्पा हटला के सालों बाद भी सामाजिक प्रताड़ना आ अभाव में जिए के मजबूर बा. ओ लोगन के जीवन में बजट से कवनो बदलाव नईखे होखे वाला

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Jyoti

ज्योति पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के एगो रिपोर्टर हई. उहां के पहिले ‘मी मराठी’ आउर ‘महाराष्ट्र1’ जइसन खबरिया चैनल खातिर काम कइले बानी.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पंड्या पारी में सीनियर एडिटर बानी, जहंवा ऊ पारी के रचनात्मक लेखन विभाग के अगुआई करेनी. उहां के पारीभाषा टीम के हिस्सो बानी आ गुजराती स्टोरी के संपादन आउर अनुवाद करेनी. उहां के लिखल कविता गुजराती आउर अंगरेजी में छपत रहेला.

Translator

Vimal Chandra Pandey

विमल चंद्र मुंबई में रहे वाला एगो पत्रकार, फिल्मकार आउर अनुवादक बानी. सूचना के अधिकार आंदोलन से एगो कार्यकर्ता के रूप में जुड़ल विमल हिंदी अखबार नवभारत टाइम्स, मुंबई में भोजपुरी स्तंभ ‘माटी के पाती’ खातिर नियमित लिखेनी.