बाघिन-टी-1-के-हमलों-और-आतंक-के-निशान

Yavatmal, Maharashtra

Feb 03, 2019

टी-1 बाघिन: हमलों के निशान और आतंक का साया

बीते 2 नवंबर को गोली मारे जाने से पहले, बाघिन ने दो साल में यवतमाल के कम से कम 13 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. मारे गए लोग कौन थे? बाघिन ने उन पर कैसे हमला किया, और, जैसा कि यहां के बहुत से लोग बयान करते हैं, ‘अपने शिकार का ख़ून कैसे चूसा’?

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Author

Jaideep Hardikar

जयदीप हार्दिकर, नागपुर के वरिष्ठ पत्रकार हैं और पारी के घुमंतू रिपोर्टर हैं. उन्होंने 'रामराव: द स्टोरी ऑफ़ इंडियाज़ फार्म क्राइसिस' नामक किताब लिखी है. साल 2025 में, जयदीप को रामोजी उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार से नवाज़ा गया. यह पुरस्कार "सार्थक, ज़िम्मेदार और प्रभावशाली पत्रकारिता की दिशा में उनके योगदान” के लिए दिया गया, जो लोगों को “सामाजिक जागरूकता, करुणा और बदलाव के लिए प्रेरित करता है."

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।