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New Delhi

Oct 21, 2025

चिल्ला खादर: घास की रोटी पर पलता जीवन

बिहार से आई प्रवासी रीता और उनका परिवार यमुना के बाढ़ क्षेत्र मैदान में झुग्गी बनाकर रहते हैं, जहां मुश्किलें हमेशा उनकी चौखट पर खड़ी रहती हैं. वे राजधानी दिल्ली में पटेरा घास बेचकर अपना गुज़ारा करते हैं

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Author

Sandhya

संध्या, पारी की असिस्टेंट सोशल मीडिया एडिटर हैं और पारी'भाषा टीम का हिस्सा हैं. वह एक पत्रकार हैं और पूर्व में ख़बर लहरिया के साथ काम कर चुकी हैं.


 

Video Editor

Sinchita Parbat

सिंचिता पर्बत, पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर सीनियर वीडियो एडिटर कार्यरत हैं. वह एक स्वतंत्र फ़ोटोग्राफ़र और डाक्यूमेंट्री फ़िल्ममेकर भी हैं. उनकी पिछली कहानियां सिंचिता माजी के नाम से प्रकाशित की गई थीं.

Photo Editor

Binaifer Bharucha

बिनाइफ़र भरूचा, मुंबई की फ़्रीलांस फ़ोटोग्राफ़र हैं, और पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया में बतौर फ़ोटो एडिटर काम करती हैं.

Editor

Pratishtha Pandya

प्रतिष्ठा पांड्या, पारी में बतौर वरिष्ठ संपादक कार्यरत हैं, और पारी के रचनात्मक लेखन अनुभाग का नेतृत्व करती हैं. वह पारी’भाषा टीम की सदस्य हैं और गुजराती में कहानियों का अनुवाद व संपादन करती हैं. प्रतिष्ठा गुजराती और अंग्रेज़ी भाषा की कवि भी हैं.