मजबूरी-कोख-हेरवाय-के

Dausa, Rajasthan

Sep 20, 2022

मजबूरी कोख हेरवाय के?

नसबंदी के बाद संक्रमन होय सेती, राजस्थान के दौसा जिला के 27 बछर के सुशीला देवी ला तीन बछर तक ले दरद भोगे ला परिस, अस्पताल मन के चक्कर लगाय ला परिस. करजा बाढ़त गे अऊ आखिर मं वो मन ला कोख हेरवाय ला परिस

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Author

Anubha Bhonsle

अनुभा भोंसले स्वतंत्र पत्रकार आंय, अऊ साल 2015 के पारी फ़ेलो आंय. वो ह आईसीएफ़जे नाइट फ़ेलो घलो रहे हवंय, अऊ मणिपुर के इतिहास अऊ आफ़्स्पा के असर ला बतेइय्या किताब ‘मदर, व्हेयर्स माई कंट्री’के लेखिका आंय.

Author

Sanskriti Talwar

संस्कृति तलवार नई दिल्ली मं बसे स्वतंत्र पत्रकार अऊ 2023 के पारी एमएमएफ फेलो आंय.

Illustration

Labani Jangi

लाबनी जंगी पश्चिम बंगाल के नादिया जिला के रहेइय्या, खुदेच चित्रकारी सीखे हवंय. वो ह साल 2025 के टी.एम. कृष्णा-पारी पुरस्कार के पहिला विजेता आंय अऊ साल 2020 मं पारी फेलो घलो रहे हवंय. लाबनी सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज, कोलकाता मं मजूर मन के पलायन ऊपर पीएचडी करत हवंय.

Editor

Hutokshi Doctor

Series Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी ह पारी (पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया) के पूर्व कार्यकारी संपादक, लेखिका अऊ सामयिक शिक्षिका आय.

Translator

Nirmal Kumar Sahu

निर्मल कुमार साहू पारी के छत्तीसगढ़ी अनुवाद संपादक आंय. पत्रकार अऊ अनुवादक के रूप मं वो ह छत्तीसगढ़ी अऊ हिंदी दूनों भाखा मं काम करत हवंय. निर्मल ला छत्तीसगढ़ के प्रमुख समाचार पत्र मन मं तीन दसक के अनुभव हवय अऊ वो ह ये बखत देशडिजिटल न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक हवंय.