कभी-यह-एक-खिलौनों-का-शहर-था

Adilabad, Telangana

Aug 03, 2016

कभी यह एक खिलौनों का शहर था

तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में निर्मल शहर के खिलौने बनाने वालों को केवल लकड़ी की जरूरत है, ताकि वे अपने प्राचीन कला को आगे भी जारी रख सकें

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Author

Bhavana Murali

भावना मुरली लोयोला अकादमी, हैदराबाद से जनसंचार में स्नातक हैं। उनकी रुचि विकास शिक्षा और ग्रामीण पत्रकारिता में है। उनकी यह रिपोर्ट जनवरी, 2016 में 'पारी' के साथ बतौर प्रशिक्षु काम करने के दौरान लिखी थी।

Translator

Shirish Khare

शिरीष खरे बतौर विशेष संवाददाता राजस्थान पत्रिका, रायपुर (हिन्दी समाचार-पत्र) में कार्यरत हैं। यह ग्रामीण भारत में बढ़ती पलायन, विस्थापन, भूमि अधिग्रहण, खेती और बेकारी जैसे समस्याओं पर बीते डेढ़ दशक से पत्रकारिता कर रहे हैं।