जयम्मा-ने-जब-तेंदुए-को-देखा

Chamarajanagar, Karnataka

Sep 20, 2019

जयम्मा की नज़रों में क़ैद तेंदुआ

कर्नाटक के अनंजीहुंडी गांव की आदिवासी महिला जयम्मा बेलिया ने कैमरे के ज़रिए जंगल के जीवन का दस्तावेज़ीकरण किया है. आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौक़े पर पारी आपके लिए लेकर आया है एक उत्कृष्ट फ़ोटो निबंध

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Author

Jayamma Belliah

जयम्मा बेलिया का ताल्लुक़ जेनु कुरुबा आदिवासी समुदाय से है, और वह भारत के प्रमुख बाघ अभयारण्यों में से एक, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के किनारे स्थित अनंजीहुंडी गांव में रहती हैं. जीविका के लिए वह घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती हैं.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।