rmps-in-jharkhand-a-healing-driven-by-trust-bho

Pashchimi Singhbhum, Jharkhand

Aug 03, 2023

‘जहंवा लोग सरकारी नर्स ना, ‘झोला-छाप’ डॉक्टर के बाट जोहेला’

झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिला के भीतरिया गांव सभ में स्वास्थ्य सेवा के हालत पस्त बा. लाचारी में इलाज खातिर ‘रूरल मेडिकल प्रैक्टिशनर’ यानी, ‘झोला छाप डॉक्टर’ के असरा ताके के पड़त बा. एह बीच स्वास्थ्य सेवा पूरा तरीका से इंसानी भरोसा आउर ब्यवहार के भरोस बा

Illustration

Labani Jangi

Translator

Swarn Kanta

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Jacinta Kerketta

उरांव आदिवासी समुदाय से आवे वाली जसिन्ता केरकेट्टा, झारखंड के गांव-देहात में घूम-धूम के रिपोर्टिंग करेली आउर लिखेली. उहां के आदिवासी समुदाय के संघर्ष के आवाज देवे वाला एगो संवेदनशील कवि बानी आउर आदिवासी लोग के खिलाफ होखे वाला अन्याय के विरोध में मुखर भी बानी.

Illustration

Labani Jangi

लाबनी जंगी पश्चिम बंगाल के नदिया जिला के रहे वाली बारी, आ 2020 से पारी के फेलो हई. ऊ एगो नीमन पेंटरो बारी, एह खातिर लाबनी कवनो औपचारिक पढ़ाई नइखी कइले. उहां के कोलकाता के ‘सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज’ में मजदूरन के पलायन पर पीएचडी लिख रहल बानी.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.