बांगो-के-लोगों-के-लिए-श्राप-बनीं-यूरेनियम-की-खदानें

East Singhbhum, Jharkhand

Feb 23, 2022

बांगो के लोगों के लिए श्राप बनीं यूरेनियम की खदानें

आधी सदी से, झारखंड के पूर्वी सिंहभूम ज़िले के यूरेनियम खदान, जिसमें जादूगोड़ा खदान भी शामिल है, के पास बसे गांवों के लोग रेडियोएक्टिव रिसाव और ज़हरीले तालाबों के चलते भारी क़ीमत चुका रहे हैं

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Author

Subhrajit Sen

सुभ्रजीत सेन मूलतः कोलकाता के पास स्थित चंदननगर के रहने वाले हैं. वह स्वतंत्र ग्राफ़िक डिजाइनर के रूप में काम करते हैं, और अब बांग्लादेश की राजधानी ढाका में डॉक्यूमेंट्री फ़ोटोग्राफी का अध्ययन कर रहे हैं.

Translator

Shashi Bhushan Samad

उत्तर प्रदेश के मुंडेरवा से ताल्लुक़ रखने वाले शशि भूषण समद, एक उभरते संगीतकार और गायक हैं. देश भर के जनवादी आंदोलनों में सक्रिय रहने वाले शशि भूषण, रंगकर्मी हैं और फ्रीलांस अनुवादक के तौर पर भी काम करते हैं.