प्रवासी मजदूर: आपन बोली छूट गइल, अब उधारी के बोली बोलता बिदेसिया
आज अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस हवे. पारी टीम गांव से निकल के शहर आइल मजूर लोग से भेंट कइलक, जाने के कोसिस कइलक कि आपन माटी, आपन बोली से दूर, नून तेल रोटी कमाए के मजबूर, मजूर लोग के जिनगी कइसन बा