पोटैटो-सांग---आलू-के-लिए-एक-गीत

Idukki, Kerala

Mar 16, 2022

पोटैटो सांग - आलू के लिए एक गीत

एडमालकुडी की आदिवासी लड़कियां आलू के लिए अंग्रेज़ी में एक अनोखा गीत गाती हैं, जबकि वे ख़ुद ही आलू नहीं खाती हैं. वे एक ऐसे गांव में रहती हैं जहां अंग्रेज़ी बोली भी नहीं जाती है

Translator

Prabhat Milind

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक हैं. वह दशकों से ग्रामीण भारत की समस्याओं की रिपोर्टिंग करते रहे हैं और उन्होंने ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ तथा 'द लास्ट हीरोज़: फ़ुट सोल्ज़र्स ऑफ़ इंडियन फ़्रीडम' नामक किताबें भी लिखी हैं.

Translator

Prabhat Milind

प्रभात मिलिंद, शिक्षा: दिल्ली विश्विद्यालय से एम.ए. (इतिहास) की अधूरी पढाई, स्वतंत्र लेखक, अनुवादक और स्तंभकार, विभिन्न विधाओं पर अनुवाद की आठ पुस्तकें प्रकाशित और एक कविता संग्रह प्रकाशनाधीन.