ऑफिसे-में-बिछौना-लगाके-सुते-के-पड़ता

Darbhanga, Bihar

Feb 05, 2023

‘ऑफिसे में बिछौना लगाके सुते के पड़ता’

बिहार के दरभंगा जिला के एक ठो स्वास्थ्य केंद्र में जगह आउर सुविधा के कमी के चलते स्वास्थ्यकर्मी के ऑफिस में, वार्ड के बेड पर, आ कबो-कबो जमीन पर भी सुते के पड़ता

Series Editor

Sharmila Joshi

Illustration

Priyanka Borar

Translator

Swarn Kanta

Want to republish this article? Please write to [email protected] with a cc to [email protected]

Author

Jigyasa Mishra

जिज्ञासा मिश्रा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में रहे वाली एगो स्वतंत्र पत्रकार हई.

Illustration

Priyanka Borar

प्रियंका बोरार नया मीडिया के कलाकार हई. उहां अर्थ आउर अभिव्यक्ति के नया रूप खोजे खातिर तकनीक संगे प्रयोग करेनी. सीखे आउर खेले खातिर अनुभव के डिज़ाइन करेनी. संवादमूलक मीडिया पर हाथ आज़मावेली, आउर पारंपरिक क़लम आ कागज़ संगे भी सहज महसूस करेनी.

Editor

P. Sainath

पी. साईनाथ, पीपुल्स ऑर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया के संस्थापक संपादक बानी. उहां के दशकन से गांव-देहात में बसल भारत के बारे में लिखत बानी. उहां के ‘एवरीबडी लव्स अ गुड ड्रॉट’ आउर ‘द लास्ट हीरोज: फुट सोल्जर्स ऑफ इंडियन फ्रीडम’ नाम के किताब भी लिखले बानी.

Series Editor

Sharmila Joshi

शर्मिला जोशी पीपुल्स आर्काइव ऑफ रूरल इंडिया के कार्यकारी संपादक रह चुकल बाड़ी. उहां के लेखिका बानी आ बीच-बीच में टीचिंग के भी काम करेनी.

Translator

Swarn Kanta

स्वर्णकांता एगो पत्रकार, एडिटर, टेक ब्लॉगर, कंटेन्ट राइटर, ट्रांसलेटर, लिंग्विस्ट आ एक्टिविस्ट बारी.