अगर-मशीन-ने-आपको-नहीं-पहचाना-तो-राशन-नहीं-मिलेगा

Bengaluru Urban, Karnataka

Feb 18, 2018

अगर मशीन ने आपको नहीं पहचाना, तो राशन नहीं मिलेगा

बेंगलुरु की झुग्गियों में रहने वाले बुज़ुर्ग, प्रवासी, दिहाड़ी मज़दूरी, और यहां तक कि बच्चे भी उन लोगों में शामिल हैं जिनकी उंगलियों के निशान मेल न खाने के कारण उन्हें उनका मासिक राशन देने से मना कर दिया जा रहा है. आधार के लिए चल रही उनकी जद्दोजहद में, जीत आधार की ही होती है

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Author

Vishaka George

विशाखा जॉर्ज, पूर्व में पीपल्स आर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया की सीनियर एडिटर रह चुकी हैं, और आजीविका व पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर लिखती थीं. इसके अलावा, विशाखा ने 2017-2025 तक पारी सोशल मीडिया की अगुवाई की, और पारी एजुकेशन टीम के साथ मिलकर पारी की कहानियों को कक्षाओं में पढ़ाई का हिस्सा बनाने और छात्रों को तमाम मुद्दों पर लिखने में मदद की.

Translator

Qamar Siddique

क़मर सिद्दीक़ी, पीपुल्स आर्काइव ऑफ़ रुरल इंडिया के ट्रांसलेशन्स एडिटर, उर्दू, हैं। वह दिल्ली स्थित एक पत्रकार हैं।